देश में 2 AICF है, AICF Calicut Vs AICF Chennai केन्द्रीय खेल मन्त्रालय, आईओए व साई में दोनों ऑल इंडिया चेस फेडरेशनों (AICF) ने चली अपनी चालें न्यूज, हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए), राजस्थान चेस एसोसिएशन, उतर प्रदेश चेस एसोसिएशन, ऑल केरल चेस एसोसिएशन व देश के अन्य कई राज्य शतरंज संघो ने केन्द्रीय खेल मन्त्रालय, भारतीय Olympic संघ (आईओए) व स्पोट्र्स अथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) को कालीकट वाली ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के पक्ष में अपना समर्थन पत्र लिखकर भेजा है। इसकी वजह हाल ही में कालीकट वाली ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) द्वारा चेन्नई वाली ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) को केरल हाई कोर्ट में वर्ष 2005 से लंबित मुकदमे का हराया जाना है। केन्द्रीय खेल मंत्रालय, आईओए व साई को लिखा पत्र : हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) के प्रदेश महासचिव कुलदीप ने बताया कि देश में एक ही खेल के दो अलग-अलग नेशनल महासंघो का एक दूसरे पर फर्जी होने का आरोप लगाना नया नहीं है। केन्द्रीय खेल मन्त्रालय, भारतीय Olympic संघ (आईओए) व स्पोट्र्स अथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) के दरबार में देश की 2 अलग-अलग ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) एक दूसरे को फर्जी बताते हुए आमने-सामने है। चेन्नई वाली एआईसीफ की कमान भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के हाथ में है, तो कालीकट वाली एआईसीएफ में शतरंज के खेल के मंझे हुए खिलाड़ी है। एन श्रीनिवासन वर्ष 2005 से लेकर 2011 तक एआईसीएफ चेन्नई के अध्यक्ष पद पर विराजमान थे। इस दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई, जिसमें कहा गया कि चूंकि श्रीनिवासन बीसीसीआई से भी जुडे है लिहाजा उन्हें एआईसीएफ चेन्नई से हटाया जाए। दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशों के कारण उन्हें एआईसीएफ चेन्नई का अध्यक्ष पद छोडऩा पडा था। देश में 2 AICF है, AICF Calicut व AICF Chennai : वर्ष 2005 के दौरान केरल हाई कोर्ट में एआईसीएफ चेन्नई ने एआईसीएफ कालीकट का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए याचिका नंबर 15778 दायर की। तमाम गवाहों व सबूतों को देखते हुए केरल हाई कोर्ट ने हाल ही में पिछले दिनों एआईसीएफ चेन्नई की यह याचिका खारिज कर दी। 21 दिसंबर 2016 को केरल हाई कोर्ट ने 11 वर्षो की लंबी सुनवाई के बाद निष्कर्ष निकालकर वर्ष 1989 में कालीकट में हुए ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) के रजिस्ट्रेशन को कानूनन सही करार दिया। वर्ष 2005 तक देश में केवल एक एआईसीएफ थी कार्यरत : गौरतलब है कि देश में वर्ष 2005 तक केवल एक ही कालीकट वाली ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) कार्य कर रही थी लेकिन वर्ष 2005 में भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की अगुवाई में भारतीय Olympic संघ (आईओए) से बिना मान्यता मिलेही एआईसीएफ चेन्नई खडी कर दी गई। एआईसीएफ चेन्नई को अब तक भारतीय Olympic संघ (आईओए) ने मान्यता नहीं दी है, जोकि अति आवश्यक होता है। सुप्रीम कोर्ट में दोनो एआईसीएफ के बीच विवाद विचाराधीन : दोनों एआईसीएफ के बीच के विवाद फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। अगर सुप्रीम कोर्ट भी केरल हाई कोर्ट की तरह अपनी मोहर एआईसीएफ कालीकट पर लगा देता है तो एन श्रीनिवासन की अगुवाई वाली एआईसीएफ चेन्नई पर ताला लगना निश्चित है। जून 2017 में होंगे एआईसीएफ चेन्नई के चुनाव : ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआईसीएफ) चेन्नई के चुनाव जून 2017 में होने प्रस्तावित है। इन चुनावो में गड़बडी को देखते हुए हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए), राजस्थान चेस एसोसिएशन, उतर प्रदेश चेस एसोसिएशन, ऑल केरल चेस एसोसिएशन व अन्य राज्य शतरंज संघो ने पत्र लिखकर केन्द्रीय खेल मन्त्रालय से हस्तक्षेप कर इन चुनावों पर रोक लगाने की मांग की है। हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) के प्रदेश महासचिव कुलदीप ने बताया कि एचसीए आयकर विभाग वित्त मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पिछले कई वर्षो से आय-कर छुट प्राप्त है। एचसीए हरियाणा सरकार द्वारा सोसायटीज एक्ट-2012 के तहत पंजीकृत है। एचसीए को हरियाणा Olympic संघ (एचओए) व भारतीय Olympic संघ (आईओए) से मान्यता मिली हुई है। एचसीए से संबंधित सभी आवश्यक कागजात एचसीए की साइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इंडियनचेस डॉट ओआरजी पर उपलब्ध हैं।